An Unbiased View of bhairav kavach
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यह बटुक भैरव ब्रह्म कवच शत्रुओं, परेशानियों और समस्याओं को बेअसर करने का एक शक्तिशाली अस्त्र है।
वायव्यां मां कपाली च नित्यं पायात् सुरेश्वरः।।
वामपार्श्वे समानीय शोभितां वरकामिनीम् ॥ ६॥
श्रृंगी सलिलवज्रेषु ज्वरादिव्याधि यह्निषु ।।
यस्य विज्ञानमात्रेण मन्त्रसिद्धिर्न संशयः ॥ २७॥
श्रद्धयाऽश्रद्धया वापि पठनात् कवचस्य यत् ।
।। इति बटुक भैरव तन्त्रोक्तं भैरवकवचम् ।।
बटुक भैरव कवच का व्याख्यान स्वयं महादेव ने किया है। जो इस बटुक भैरव कवच का bhairav kavach अभ्यास करता है, वह सभी भौतिक सुखों को प्राप्त करता है।
इति ते कथितं तुभ्यं देवानामपि दुर्लभम् ।
योऽपरागे प्रदाता वै तस्य स्यादतिसत्वरम् ॥ ३१॥